Friday, June 12, 2020

#करो न (dos), करो ना (donts) - Black &/vs. White

#करो न (dos), करो ना (donts) - Black &/vs. White



#करो न (dos), करो ना (donts) - Black &/vs. White

*I can't breathe.. मैं साँस नहीं ले पा रहा हूँ.. George Floyd !!!! Derek Chauvin !!!! May 25, 2020 !!!! 
*Thousands gathered in Houston, Texas to bid a final farewell to George Floyd !!!!  June 9, 2020 !!!! 
तथाकथित सभ्य, आधुनिक, शिक्षित समाज के "सफ़ेद बनाम काले" श्रृंखला का एक और घिनौना व दिल दहला देने वाला अध्याय | Black vs. White. जिसने एक बार फिर सफ़ेद चमड़ी में दफ़्न कालिख पुते दिलों की क़लई खोल के रख दी| भारत अभी कोविड-19 के मद्देनज़र, ख़ुद को लॉकडाउन की मार से आज़ाद भी न करा पाया था कि अमेरिका में एक बेबस काले को कुछ गोरों ने बेदर्दी के साथ ज़िंदगी से ही आज़ाद कर दिया | 
क्या रंग वाक़ई इतना मायने रखता है ? 
सौभाग्यवश भारत में तो नहीं..
और दुर्भाग्यवश सिर्फ़ इंसानों में..
25 मई, 2020 को अमेरिका में जब सफ़ेद जिल्द के मालिक डेरेक शॉविन और उसके साथी पुलिसकर्मी, काली त्वचा वाले जॉर्ज फ़्लॉयड की सांसें छीन रहे थे; यहाँ भारत में कोविड-19 के कारण लागू लॉकडाउन अवधि के दौरान एक काला-सफ़ेद कबूतर का जोड़ा रोज़ मेरे कौतूहल को नए आयाम दे रहा था| शुरू-शुरू में तो मैंने बिल्कुल ग़ौर नहीं किया था | मगर जब एक बार ध्यान गया तो अनलॉक 2.0 में आ जाने तक भी हर रोज़ मेरी नज़रें कबूतर केे इस काले-सफ़ेद जोड़े का ही पीछा करती रहती हैं | किसी की छत हो या किसी की बाल्कनी, अटारी हो या पानी की टंकी, ज़मीन हो या खुला आसमान, हर जगह यह जोड़ा हमेशा, हर वक़्त साथ नज़र आता है | एक पल को भी एक-दूसरे का साथ छोड़ते अभी तक तो मैंने इन्हें नहीं देखा | हद तो यह है कि ज़मीन से उड़ान भी एक साथ भरते हैं और वापिस नीचे उतरते भी एक ही साथ हैं | यानी truely, made for each other. And genuinely, mad for each other. The real Black & White. 
शुरू में मुझे बड़ी हैरानी होती थी कि यह क्या माजरा है? एक कबूतर चाँदनी की तरह बेदाग़ उजला और दूसरा अमावस की तरह घटाटोप अंधेरे सा काला | कोई मेल है ही नहीं | फिर कैसे इन दोनों की यह अटूट जोड़ी बन गई ? वजह अब समझ में आई | शायद कबूतरों का यह black & white जोड़ा black vs. white के बारे में दुनिया को यह पैग़ाम देना चाहता है कि  रंग में नफ़रत नहीं, मौहब्बत खोजें| काला-सफ़ेद एक दूसरे के विरोधी नहीं, पूरक हैं | 
गोरी चमड़ी पर इतराने वाले भी, सिर के बाल काले ही पसंद करते हैं | सफ़ेद को अगर अमन के रंग की तरह देखा जाता है तो सफ़ेद कफ़न डर का अहसास भी देता है | उड़ते-फिरते सफ़ेद बादल आसमान में ख़ूबसूरत नज़ारा भले ही पेश करें, पर बारिश की पेशीनगोई काली घटा ही करती है | अस्पताल में डॉक्टर का एप्रन और नर्सों की सफ़ेद ड्रेस अगर सम्मान का प्रतीक है, तो इंसाफ़ के मंदिर में वकीलों और जजों के काले कोट व रोब्स अदालत के गौरव की कहानी कहते हैं | दुनिया के एक बड़े हिस्से में दुल्हन का सफ़ेद गाउन शादी की ख़ुशियों का परिचायक है, तो किसी की मौत पर भी सफ़ेद कपड़े ही पहनकर शोक दर्शाना आम परंपरा है | चर्च के पादरी का सफ़ेद लिबास मन में आदर पैदा करता है, तो शर्म-ओ-हया की निशानी काला बुर्क़ा औरत की इज़्ज़त करने को प्रेरित करता है | सफ़ेद संगमर्मर का ताजमहल सारी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करता है, तो काले हज्र-ए-असवद का बोसा लेने के लिए भी दुनिया-जहान के शायक़ीन अपना सब कुछ लुटाने को बेताब रहते हैं | गोरी राधा और काले कृष्ण की जोड़ी अनगिनत श्रद्धालुओं द्वारा पूजी जाती है; तो काले किसवाह में लिपटे मुक़द्दस काबा शरीफ़ का तवाफ़ करते, सफ़ेद एहराम ज़ेब-ए-तन किए हाजियों को देखकर दिल अक़ीदत से झुक जाता है | रात काली हो तो डराती है, मगर यही काली रात हमारे लिए नींद का सुख लेकर आती है | त्वचा का रंग कितना ही काला क्यों न हो, उसे सफ़ेद दिखाने के लिए कोई भी leukoderma या albinism पसंद नहीं करता है | काला जादू सर चढ़ कर बोलता है, तो भूत-प्रेत संकेतात्मक तौर पर सफ़ेद ही दिखाए जाते हैं | काले कोयले की खान में ही सफ़ेद चमचमाती रोशनी बिखेरता हीरा पाया जाता है | काले कौए और सफ़ेद हंस की चाल की मिसाल एक ही साथ दी जाती है | साहित्य, सफ़ेद काग़ज़ पर काले अक्षरों में ही छापा जाता है | अंतरिक्ष में जितने अहम white dwarf और black dwarf हैं, उतनी ही महत्ता milky way और black hole की है | बुराई बयान करने के लिए blacklist, blackmarket, blackmail जैसे शब्दों का ही प्रयोग नहीं किया जाता है; बल्कि सफेदपोश, सफ़ेद झूठ जैसे शब्द भी उतने ही प्रचलन में हैं | कुल मिलाकर सफ़ेद बिना काला अधूरा है और काले बग़ैर सफ़ेद नामुकम्मल| फिर भी black & white से ज़्यादा black vs. white संकीर्ण मानसिकता पर ऐसा हावी हुआ कि 1950 के दशक में the American civil rights movement was a struggle for the political equality of African Americans. It developed into the Black Power movement in the late 1960s and 1970s, and popularized the slogan "Black is Beautiful". पर इस आंदोलन के लगभग 70 साल बीत जाने के बावजूद white Americans आज भी black Africans को हेय दृष्टि से देख रहे हैं, उनका उत्पीड़न कर रहे हैं, उनकी हत्या कर रहे हैं और देश के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति का निवास स्थान भी चिल्ला-चिल्लाकर शायद यही कहने की कोशिश कर रहा है कि black & white नहीं, black vs. white ही स्वीकार्य है | तभी तो पूरे देश को चलाने वाला राष्ट्रपति black नहीं WHITE HOUSE में रहता है |
#करो न, करो ना.. के माध्यम से नक़्श की सिर्फ़ एक ही अपील है - 
सबका सम्मान करो न.. 
रंग, लिंग, जाति, धर्म, वर्ग, किसी भी आधार पर कोई भेदभाव करो ना.. 

(A special thanks to the innocent pair of black & white pigeons for unknowingly being the messenger of spreading message against racism, against black vs. white.)

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