https://youtu.be/WlzN5JV1CO4
जिस वक़्त सारी दुनिया कोविड के क़हर से थर्राई हुई थी, उस वक़्त दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने जी-जान लगाकर कोविड की इस जंग को जीतने के लिए वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठाया। हमारे देश के वैज्ञानिक भी प्रयोगशालाओं में रात-दिन एक किए हुए थे। इधर सरकार भी वैक्सीन से जुड़ी हर प्रक्रिया पर नजर रखे हुए थी|
कोरोना वायरस से जंग की तैयारी में, भारत में बन रही वैक्सीन का जायज़ा लेने के लिए ख़ुद प्रधानमंत्री ने 28 नवम्बर 2020 को देश की तीन प्रयोगशालाओं का दौरा किया| वो सबसे पहले अहमदाबाद पहुँचें, जहाँ उन्होंने जाइडस कैडिला के प्लांट में कंपनी के टीके की समीक्षा की। इसके बाद वो हैदराबाद गए, वहाँ भारत बायोटेक के प्लांट में स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन के बारे में जानकारी ली। भारत बायोटेक की टीम आई.सी.एम.आर. के साथ मिलकर काम कर रही थी| इसके बाद पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट पहुँचे, जहाँ उन्होंने कोविडरोधी वैक्सीन के विकास और निर्माण प्रक्रिया की समीक्षा की और वैक्सीन के लॉन्च के समय, उत्पादन और वितरण व्यवस्था का जायज़ा लिया। जल्द ही कोविड टीके के लिए AstraZeneca, Pfizer और Moderna के नाम सामने आए|
पहली जनवरी 2021 को डी.जी.सी.आई. ने भारत के दो टीकों 'को-वैक्सीन' और 'कोवीशील्ड' को एमरजेंसी अप्रूवल दिया।
इसके बाद सोलह जनवरी वो तारीख़ थी, जिसका इंतज़ार पूरे देश को था| उस दिन पहली बार देश में कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की बाक़ायदा शुरुआत हुई और इसके अंतर्गत फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई।
टीकाकरण कार्यक्रम का दूसरा चरण दो क़िस्म के लोगों के लिए था| पहले वो, जिनकी उम्र साठ साल से ज़्यादा थी और दूसरे, 45 बरस से अधिक आयु वर्ग के वो लोग जो गंभीर बीमारी यानी को-मोरबिडिटीज़ से प्रभावित थे|
वैक्सीनेशन के तीसरे चरण में एक अप्रैल 2021 से 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया। इस बीच टीकाकरण को गति देने के लिए ग्यारह से चौदह अप्रैल 2021 के बीच चार दिन का टीका उत्सव मनाने की घोषणा भी की गई|
टीकाकरण के चौथे चरण में पहली मई 2021 से 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के युवाओं के लिए टीकाकरण कार्यक्रम की शुरूआत की गई| नतीजतन, 16 जनवरी 2021 से शुरू हुए कोविड टीकाकरण कार्यक्रम ने, सरकारी आँकड़ों के अनुसार 13 सितम्बर 2021 को 75 करोड वैक्सीनेशन डोज़ का लक्ष्य पूरा कर लिया था और अब जल्द ही यह आँकड़ा 100 करोड़ को छूने की तरफ़ तेज़ी से बढ़ रही है| संतोष की बात यह है कि अब भारत में उपयोग के लिए 7 टीकों को मंज़ूरी मिल चुकी है, जिनमें -
Zydus Cadila की ZyCoV-D
Moderna की mRNA-1273
Gamaleya की Sputnik V
Janssen (Johnson & Johnson) की Ad26.COV2.S
Oxford/AstraZeneca की AZD1222
Serum Institute of India की Covishield (Oxford/AstraZeneca formulation) और
Bharat Biotech की Covaxin वैक्सीन्ज़ के नाम शामिल हैं|
वैसे अगर सरकारी आँकड़ों पर यक़ीन करें तो अब देश की क़रीब तीन-चौथाई आबादी वैक्सीनेटिड है| पर यह आंकड़ा महज़ काग़ज़ों में दर्ज एक कीर्तिमान न हो, इसके लिए ज़रूरी है कि कोविड टीकाकरण के इस सफर को तब तक जारी रखा जाए, जब तक समाज के अंतिम छोर पर मौजूद और हाशिए पर पड़ा हर नागरिक वैक्सीनेट न हो जाए | फ़िलहाल कोविड की इस जंग में टीकाकरण ही सबसे बड़ा हथियार दिखाई दे रहा है, जिससे हम कोविड पर फ़तह पा सकते हैं।
नक़्श की ही तरह, दिल्ली निवासी, 36 वर्षीय, सुश्री इंदु शर्मा का भी यही मानना है कि हर आयुवर्ग के हर देशवासी को कोविडरोधी टीके की दोनों डोज़ लेनी ही होंगी, तभी हम एक कोविड-फ़्री समाज में बेख़ौफ़ जी सकेंगे | इंदु शर्मा जी नक़्श के अभियान #करो_न_करो_ना.. के प्लेटफ़ॉर्म से समाज को कोविड टीके के लिए प्रेरित करने पर आपका आभार|
----------@------------@------------@-----------@----------
**To know NAQSH more, connect with us on social media. Visit our
Website -
www.naqsh.org.in
Facebook page -
https://www.facebook.com/naqsh.naqsh.73/
Twitter handle -
https://twitter.com/Naqsh17?s=08
Instagram account -
https://www.instagram.com/p/CQvt0oLHpK1/?utm_medium=share_sheet
Blog -
https://draft.blogger.com/u/1/blogger.g?blogID=304274514506471721#allposts/postNum=0
YouTube channel -
https://youtube.com/c/naqshngo
No comments:
Post a Comment